गौरैया पक्षी का सुरक्षा व संरक्षण करें-शिवानी जैन एडवोकेट
ऑल *ह्यूमंस सेव एंड फॉरेंसिक फाउंडेशन डिस्टिक वूमेन चीफ शिवानी जैन एडवोकेट ने कहा कि आज विश्व गौरैया दिवस* है। प्रत्येक वर्ष 20 मार्च का यह दिन दुनियाभर में गौरैया दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारत और दुनिया भर में गौरैया पक्षी की संख्या में कमी आ रही है, लेकिन इस दिवस को मनाने का उद्देश्य व्यक्तियों को गौरैया के संरक्षण के प्रति जागरूक करना है। थिंक मानवाधिकार का संगठन एडवाइजरी बोर्ड मेंबर डॉ कंचन जैन ने कहा कि पहले हमारे घरों के आसपास गौरैया का दिखना एक आम बात थी तथा उन्हें आसानी से देखा जा सकता था लेकिन वर्तमान में प्रकृति और जैव विविधता के नुकसान के कारण शहरों में गौरैया को देखना और भी मुश्किल हो गया है। मां सरस्वती शिक्षा समिति के प्रबंधक डॉ एच सी विपिन कुमार जैन, संरक्षक आलोक मित्तल एडवोकेट, ज्ञानेंद्र चौधरी एडवोकेट, डॉ आरके शर्मा, निदेशक डॉक्टर नरेंद्र चौधरी, शार्क फाउंडेशन की तहसील प्रभारी डॉ एच सी अंजू लता जैन, रजनी गुप्ता आदि ने कहा किगौरैया विलुप्त होने की कगार पर है और इसके संरक्षण एवं जागरूकता बढ़ाने के लिये विश्व गौरैया दिवस मनाया जाता है।गौरैया पृथ्वी पर सबसे आम और सबसे पुरानी पक्षी प्रजातियों में से एक है। गौरैया की लुप्त होती प्रजाति और कम होती आबादी बेहद चिंता का विषय है। ऐसे में इस दिन को मनाने के बारे में सोचना वाकई गौरैया और दूसरे गायब होते पक्षियों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए सराहनीय कदम है। शिवानी जैन एडवोकेट डिस्ट्रिक्ट वूमेन चीफ